अंगारक दोष क्या है? (What is Angarak Dosh?)
अंगारक दोष (Angarak Dosh) एक अशुभ ग्रह योग होता है, जो तब बनता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल (Mars) और राहु (Rahu) एक साथ स्थित होते हैं। यह दोष जातक के जीवन में क्रोध, दुर्घटनाएं, मानसिक तनाव, और वित्तीय समस्याएं लेकर आता है।
अगर यह दोष लग्न (Ascendant), चतुर्थ (4th house), सप्तम (7th house), अष्टम (8th house) या द्वादश भाव (12th house) में हो, तो यह विशेष रूप से हानिकारक माना जाता है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है बल्कि व्यवसाय और पारिवारिक जीवन में भी कई परेशानियां ला सकता है।
अंगारक दोष के लक्षण (Symptoms of Angarak Dosh)
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में अंगारक दोष मौजूद है, तो निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं:
- अत्यधिक क्रोध और चिड़चिड़ापन
- दुर्घटनाओं की संभावना अधिक होना
- पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में समस्याएं
- कानूनी मामलों में फंसने की संभावना
- व्यवसाय या नौकरी में बाधाएं और असफलता
- अग्नि या बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं का भय
- शरीर में चोट या सर्जरी की संभावनाएं
- नींद की समस्या, बुरे सपने और मानसिक तनाव
अंगारक दोष के दुष्प्रभाव (Negative Effects of Angarak Dosh)
1. वैवाहिक जीवन में समस्याएं (Problems in Married Life)
अगर यह दोष सप्तम भाव (7th house) में हो, तो वैवाहिक जीवन में मतभेद, तलाक, या अलगाव की संभावना बढ़ जाती है।
2. वित्तीय समस्याएं (Financial Problems)
इस दोष के कारण व्यक्ति को नौकरी या व्यापार में हानि (Business Loss) का सामना करना पड़ सकता है।
3. स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव (Health Issues)
मंगल और राहु के संयोग से व्यक्ति को ब्लड प्रेशर, सिर दर्द, चोट, या स्किन डिसऑर्डर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
4. कानूनी समस्याएं (Legal Issues)
अंगारक दोष से ग्रसित जातक को कानूनी विवादों (Legal Cases), कोर्ट-कचहरी के मामलों और फाइनेंस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अंगारक दोष निवारण के उपाय (Angarak Dosh Remedies)
अगर आपकी कुंडली में अंगारक दोष है, तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
1. अंगारक दोष पूजा (Angarak Dosh Puja in Ujjain)
- उज्जैन (Ujjain) के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में अंगारक दोष पूजा करवाने से इस दोष के नकारात्मक प्रभाव कम हो सकते हैं।
- यह पूजा विशेष रूप से मंगलवार (Tuesday) को की जाती है।
- इसमें मंगल ग्रह और राहु शांति यज्ञ किया जाता है।
2. हनुमान जी की पूजा (Hanuman Worship)
- हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमान जी को गुड़ और चना का भोग लगाएं।
- बजरंग बली की आराधना करने से मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है।
3. दान और मंत्र जाप (Donation and Mantra Chanting)
- राहु और मंगल के बीज मंत्रों का जाप करें।
- मंगलवार को मसूर की दाल, लाल वस्त्र, तांबे के बर्तन और गुड़ का दान करें।
4. पीपल और शिव पूजा (Worship of Peepal Tree and Lord Shiva)
- शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
5. लाल चंदन और मूंगा धारण करें (Wear Red Sandalwood and Coral Gemstone)
- इस दोष से बचने के लिए मूंगा (Coral Gemstone) धारण करना लाभदायक हो सकता है।
- किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेकर ही इसे पहनें।
अंगारक दोष पूजा की प्रक्रिया (Angarak Dosh Puja Vidhi in Ujjain)
अगर आप उज्जैन में अंगारक दोष निवारण पूजा (Angarak Dosh Nivaran Puja) करवाना चाहते हैं, तो इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है:
- स्नान और शुद्धिकरण – पूजा से पहले खुद को शुद्ध करें।
- मंगल ग्रह और राहु की विशेष पूजा – मंदिर में विशेष पूजा करवाई जाती है।
- हवन (Havan/Yagya) – हवन के माध्यम से दोष निवारण किया जाता है।
- दान (Donation) – मंगल और राहु से जुड़े विशेष दान किए जाते हैं।
अंगारक दोष पूजा के लाभ (Benefits of Angarak Dosh Puja)
✅ क्रोध और मानसिक तनाव कम होता है।
✅ दुर्घटनाओं से बचाव होता है।
✅ वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में शांति आती है।
✅ व्यापार और नौकरी में सफलता मिलती है।
✅ नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अंगारक दोष पूजा की लागत (Cost of Angarak Dosh Puja in Ujjain)
अंगारक दोष पूजा की लागत ₹5,000 से ₹25,000 तक हो सकती है, जो पूजा की विधि और मंदिर के अनुसार बदल सकती है। अधिक जानकारी के लिए उज्जैन के किसी अनुभवी ज्योतिषी से संपर्क करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
अंगारक दोष (Angarak Dosh) का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की परेशानियां ला सकता है, लेकिन उचित पूजा-पाठ और उपायों से इस दोष को नियंत्रित किया जा सकता है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में अंगारक दोष निवारण पूजा करवा कर इसके नकारात्मक प्रभावों को दूर किया जा सकता है।